चाय तो ठीक है, लेकिन बहुत गर्म चाय बन सकती है नुकसानदेह
भारत में चाय सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा है। सुबह की शुरुआत हो या थकान के बाद आराम का पल — एक कप चाय हर किसी को चाहिए होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत ज़्यादा गर्म चाय पीना सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है?
हाल के वर्षों में कई वैज्ञानिक शोधों में यह बात सामने आई है कि लगातार बहुत गर्म चाय पीने से खाने की नली (एसोफैगस) को नुकसान पहुंच सकता है, और लंबे समय में इसका संबंध कैंसर से भी हो सकता है।
क्या है खतरा?
जब हम बहुत गर्म चाय (65°C या उससे अधिक तापमान) पीते हैं, तो वह गले और खाने की नली की भीतरी परत को जला सकती है। अगर ऐसा लंबे समय तक होता रहे, तो वहां सूजन और कोशिकाओं में बदलाव आ सकता है। ये बदलाव धीरे-धीरे कैंसर का रूप ले सकते हैं।
खास तौर पर एसोफैजियल कैंसर नामक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। यह कैंसर खाने की नली में होता है और इसके लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं।
एसोफैजियल कैंसर के लक्षण
1. खाना निगलने में दिक्कत या गले में जलन
2. बिना कारण वजन घटना
3. लगातार गले में खराश या खांसी
4. छाती या पीठ में दर्द
5. बदहजमी या बार-बार एसिडिटी होना
6. अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है।
बहुत गर्म क्यों नहीं?
गर्म चाय या कोई भी गर्म पेय पीने से शरीर को नुकसान तब होता है जब उसका तापमान बहुत ज्यादा हो। खाना या चाय हल्का गर्म होना ठीक है, लेकिन जब वह बहुत अधिक गर्म हो — जैसे कि उबलते हुए कप से तुरंत चाय पीना — तो यह नुकसानदेह हो सकता है।
आयुर्वेद में भी बताया गया है कि न तो बहुत गर्म और न ही बहुत ठंडा खाना या पीना चाहिए। शरीर का संतुलन बनाए रखने के लिए मध्यम तापमान सबसे अच्छा माना गया है।
क्या करें बचाव?
चाय या सूप को हल्का ठंडा करके पिएं।
उबलते हुए पेय को तुरंत न पिएं।
अगर गले में जलन हो तो गर्म पेय से कुछ दिन दूरी बनाएं।
नियमित रूप से हेल्थ चेकअप कराते रहें।
चाय हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है, लेकिन कोई भी चीज़ संतुलन में ही अच्छी लगती है। बहुत गर्म चाय से अगर रोज़ाना गले और नली को नुकसान हो रहा है, तो भविष्य में यह एक गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है।
इसलिए अगली बार चाय का कप उठाएं — तो एक पल ठहरें, उसे थोड़ा ठंडा होने दें… क्योंकि सेहत सबसे पहले है।