एक फौजी कभी सेवा करना नहीं छोड़ता। ड्यूटी पर हो या रिटायरमेंट के बाद, उसका मंत्र वही रहता है, देश सबसे पहले।नेशनल एक्स-सर्विसमेन कोऑर्डिनेशन कमेटी (NXCC) की तेलंगाना टीम ने करनाल में आयोजित एक ऐतिहासिक कार्यक्रम के माध्यम से इस भावना को जीवंत कर दिखाया। इस यात्रा का उद्देश्य था पूर्व सैनिकों को एकजुट करना, उनके कल्याण के लिए एक मज़बूत नेटवर्क स्थापित करना, और “स्वदेशी अपनाओ, भारत को सशक्त बनाओ” अभियान को बढ़ावा देना।TarangVoice.com इस प्रेरक पहल को आपके सामने ला रहा है, जो देशभक्ति और आत्मनिर्भरता का संदेश देता है।
NXCC: पूर्व सैनिकों का मज़बूत सहारा
1983 में स्थापित NXCC पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, और उनके परिवारों के लिए एक सशक्त मंच है। रिटायरमेंट के बाद पूर्व सैनिक अक्सर सामाजिक उपेक्षा, उद्देश्य की कमी, और एकांत का सामना करते हैं। NXCC का लक्ष्य है उन्हें एक ऐसा मंच देना, जहां वे जुड़े रहें, समाज में योगदान दें, और सम्मान के साथ जीवन जिएं। करनाल में तेलंगाना टीम की यह यात्रा संगठन के उत्तर भारत में विस्तार और पूर्व सैनिक कल्याण की दिशा में एक रणनीतिक कदम थी।
करनाल में ऐतिहासिक मुलाकात
सेंट कबीर पब्लिक स्कूल, करनाल में आयोजित कार्यक्रम में DOWA और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ पूर्व सैनिकों ने तेलंगाना की टीम का उत्साहपूर्वक और सम्मानपूर्वक स्वागत किया। इस मुलाकात ने उत्तर और दक्षिण भारत के बीच एकता का पुल बनाया, जो देशभक्ति, साझा मूल्यों, और सामाजिक कल्याण के दृष्टिकोण से जुड़ा था। कार्यक्रम में ब्रिगेडियर नागपाल, ग्रुप कैप्टन प्रमोद सिंह, कर्नल राजेन्द्र,नौसेना के दिग्गज दरशन सिंह, और बलकार सिंह जैसे वरिष्ठ पूर्व सैनिकों की मौजूदगी ने फौजी भाईचारे को और मज़बूत किया।
नेतृत्व: श्री जगन रेड्डी और कर्नल पी.एस. बिंद्रा
तेलंगाना NXCC के चेयरमैन श्री जगन रेड्डी (82 वर्ष) और अनुभवी फौजी कर्नल पी.एस. बिंद्रा ने इस कार्यक्रम का नेतृत्व किया। श्री रेड्डी की ऊर्जा और समर्पण हर सैनिक के लिए प्रेरणा का स्रोत बने। उन्होंने घोषणा की कि करनाल और उत्तर भारत में NXCC का एक मज़बूत नेटवर्क स्थापित किया जाएगा, ताकि कोई भी पूर्व सैनिक अकेला या उपेक्षित महसूस न करे। कर्नल बिंद्रा ने कहा, “आर्थिक ताकत भी राष्ट्रीय सुरक्षा का हिस्सा है। जब हम स्वदेशी अपनाते हैं, तो हम देश का निर्माण करते हैं।”
“स्वदेशी अपनाओ, भारत को सशक्त बनाओ”
कार्यक्रम का केंद्रीय संदेश था“स्वदेशी अपनाओ, भारत को सशक्त बनाओ”। तेलंगाना टीम ने ज़ोर देकर कहा कि भारतीय उत्पादों को अपनाकर और स्वदेशी उद्योगों को समर्थन देकर हम आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर सकते हैं। यह अभियान न केवल आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देता है, बल्कि पूर्व सैनिकों को समाज में नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है।
पूर्व सैनिक कल्याण: एक आंदोलन की शुरुआत
NXCC की यह पहल सिर्फ एक मुलाकात नहीं, बल्कि एक आंदोलन की शुरुआत है। करनाल में स्थापित NXCC चैप्टर
अब DOWA के सहयोग से पूर्व सैनिकों को संगठित करेगा और उनके कल्याण के लिए ज़मीनी स्तर पर काम करेगा। श्री रेड्डी और कर्नल बिंद्रा ने वादा किया कि NXCC हर कदम पर मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करेगा, ताकि करनाल एक रोल मॉडल बने, जिसे अन्य राज्य भी अपनाएं।
सामाजिक और राष्ट्रीय प्रभाव
पूर्व सैनिकों को सम्मान देना केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि यह जोश में सेवा कर रहे जवानों का मनोबल बढ़ाता है और समाज में देशभक्ति का संदेश फैलाता है। NXCC और DOWAकी यह पहल पूर्व सैनिकों को आत्मनिर्भर भारत के अगुआ के रूप में स्थापित करती है। करनाल से शुरू हुआ यह संदेश अब लाखों पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों तक पहुंचेगा, जो भारत के आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक भविष्य को नया आकार दे सकता है।
एकता और आत्मनिर्भरता का बीज
करनाल में NXCC तेलंगाना की यह यात्रा एकता, गर्व, और आत्मनिर्भरता का बीज बो गई है। TarangVoice.com के माध्यम से हम इस प्रेरक पहल को सलाम करते हैं और सभी से अपील करते हैं कि वे स्वदेशी अपनाएं और पूर्व सैनिकों के कल्याण में योगदान दें। जैसा कि कर्नल बिंद्रा ने कहा, “हम, करनाल के पूर्व सैनिक, नेतृत्व कर चुके हैं। अब समय है देश को जोड़ने का, स्वदेशी अपनाने का, और भारत को सशक्त बनाने का।”