अंबेडकर नगर जिले के अकबरपुर में डॉ. गणेश कृष्ण जेटली इंटर कॉलेज ने मिशन शक्ति 5.0 (Mission Shakti 5.0)के तहत एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया, जो महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित यह अभियान, जो 22 सितंबर 2025 से शारदीय नवरात्रि के साथ शुरू हुआ है, 30 दिनों तक चलेगा। इस कार्यक्रम में छात्राओं को सरकार की विभिन्न योजनाओं, हेल्पलाइन नंबरों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। यह पहल न केवल स्थानीय स्तर पर जागरूकता फैला रही है, बल्कि पूरे प्रदेश में महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने का प्रयास कर रही है। आइए, इस कार्यक्रम की गहराई से पड़ताल करते हैं।
Mission Shakti 5.0: महिलाओं के सशक्तिकरण का नया चरण
मिशन शक्ति (Mission Shakti 5.0) उत्तर प्रदेश सरकार की एक प्रमुख योजना है, जो 2020 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में शुरू हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। पांचवें चरण में विशेष फोकस त्योहारों के दौरान सुरक्षा पर है, जहां प्रमुख स्थानों पर महिला पुलिस तैनात की जाएगी, पिंक बूथ स्थापित होंगे और मिशन शक्ति केंद्रों पर कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा, जेलों में बंद महिलाओं को कानूनी सहायता प्रदान करने जैसे कदम भी शामिल हैं।
अंबेडकर नगर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के कार्यक्रम छात्राओं को साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य जागरूकता और आपातकालीन सेवाओं के बारे में शिक्षित करते हैं। डॉ. गणेश कृष्ण जेटली इंटर कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम ने स्थानीय छात्राओं को न केवल हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी, बल्कि उन्हें आत्मरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूक भी बनाया।
कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियां
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण महिला थाना अध्यक्ष ज्योति वर्मा का संबोधन था। उन्होंने छात्राओं को सरकार द्वारा संचालित हेल्पलाइन नंबरों के बारे में विस्तार से बताया, जैसे:
1090: महिला पावर लाइन, जहां महिलाओं को तत्काल सहायता मिलती है।
181: महिला हेल्पलाइन, आपात स्थिति में उपयोगी।
112: पुलिस आपातकालीन सेवा, किसी भी खतरे में तुरंत कॉल करें।
1930: साइबर हेल्पलाइन, ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव के लिए।
1098: चाइल्ड लाइन, बालिकाओं के लिए विशेष सहायता।
1076: मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, विभिन्न शिकायतों के लिए।
ज्योति वर्मा ने जोर देकर कहा कि ये नंबर जीवन रक्षक हो सकते हैं, और छात्राओं को इन्हें हमेशा फोन में सेव करना चाहिए। कार्यक्रम में साइबर सुरक्षा पर भी चर्चा हुई, जहां छात्राओं को फिशिंग और ऑनलाइन धोखे से बचने के टिप्स दिए गए। ये (Mission Shakti 5.0) हमीरपुर और मिर्जापुर जैसे जिलों में आयोजित समान कार्यक्रमों से प्रेरित था, जहां छात्राओं को इसी तरह की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि और सहयोगी
कार्यक्रम में स्थानीय प्रशासन, शिक्षा जगत और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जो इसकी सफलता का आधार बने। प्रमुख अतिथियों में शामिल थे:
एडिशनल एसपी: स्थानीय कानून-व्यवस्था पर मार्गदर्शन।
कोतवाल राम निवास पाण्डेय: सुरक्षा उपायों पर चर्चा।
श्रीमती विद्यावती देवी: राजकीय बालिका विद्यालय अकबरपुर की प्रधानाचार्य, जो छात्राओं के सशक्तिकरण पर बोलीं।
डॉ. विनय कुमार: डॉ. गणेश कृष्ण जेटली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य, जिन्होंने कार्यक्रम का स्वागत किया। शिक्षकगण महेंद्र यादव, राकेश कुमार, सुशील कांत दूबे, मोहम्मद आजम अंसारी, अमर नाथ यादव, अमित यादव, संदीप पटेल, कृष्ण चंद्र श्रीवास्तव, अनुराग त्रिपाठी, श्रीमती नीलम पाठक, राजेश कुमार, रोहित, आनंदपाल विश्वकर्मा, कमलेश पटेल, शिव कुमार मिश्र, श्रीमती नंदिनी सिंह, अशोक वर्मा, खुर्शीद अनवर भी मौजूद रहें।
ये सभी ने छात्राओं को प्रोत्साहित किया और कहा कि शिक्षा के साथ सुरक्षा जागरूकता ही सच्चा सशक्तिकरण है। कार्यक्रम का सफल संचालन नागरिक शास्त्र प्रवक्ता संजय तिवारी ने किया, जिन्होंने विभिन्न सत्रों को सुचारू रूप से जोड़ा।
छात्राओं का प्रतिक्रिया: सशक्तिकरण की नई उम्मीद
कार्यक्रम में शामिल छात्राओं ने बताया कि हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी से वे अब अधिक आत्मविश्वास महसूस कर रही हैं। एक छात्रा ने कहा, “पहले हम इन नंबरों के बारे में कम जानती थीं, लेकिन अब किसी भी समस्या में तुरंत मदद ले सकेंगी।” यह प्रतिक्रिया श्रावस्ती जिले में आयोजित समान कार्यक्रमों से मेल खाती है, जहां बालिकाओं को इसी तरह जागरूक किया गया।
मिशन शक्ति 5.0 का व्यापक प्रभाव
मिशन शक्ति का यह चरण पूरे उत्तर प्रदेश में लाखों महिलाओं और बालिकाओं तक पहुंच रहा है। शाहजहांपुर में एनीमिया के खिलाफ जनअभियान चला, जहां 3.6 लाख महिलाओं ने भाग लिया। लखनऊ में जागरूकता रैली निकाली गई, जहां 294 स्कूटी रैली ने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागृत किया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इंटरनेट मीडिया पर निगरानी बढ़ाई जाए और अफवाहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। अकबरपुर का यह कार्यक्रम इसी श्रृंखला का हिस्सा है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण को मजबूत कर रहा है।
सरकारी योजनाओं का महत्व
मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को पिंक बूथ, विशेष प्रशिक्षण और कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। त्योहारों के दौरान सुरक्षा बढ़ाने से अपराध दर कम होने की उम्मीद है। यह अभियान न केवल सुरक्षा पर फोकस करता है, बल्कि आर्थिक स्वावलंबन को भी बढ़ावा देता है, जैसे स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से।
सशक्त महिलाएं, मजबूत समाज
डॉ. गणेश कृष्ण जेटली इंटर कॉलेज में आयोजित यह कार्यक्रम मिशन शक्ति 5.0 की सफलता का प्रतीक है। ज्योति वर्मा और अन्य अधिकारियों की मेहनत से छात्राओं को नई दिशा मिली है। अगर हर स्कूल और कॉलेज ऐसी पहल अपनाए, तो उत्तर प्रदेश महिलाओं के सशक्तिकरण में अग्रणी बनेगा। आइए, हम सब मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं, ताकि हर महिला सुरक्षित और आत्मनिर्भर हो सके। मिशन शक्ति न केवल एक योजना है, बल्कि समाज के निर्माण का आधार है।