अंबेडकरनगर जिले के मालीपुर थाना क्षेत्र के भस्मा चितौना गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। एक छात्रा का शव गन्ने के खेत में संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद होने के बाद पुलिस ने हत्या की आशंका जताई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी प्रवीण कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित परिवार से मिलकर न्याय का भरोसा दिलाया। साथ ही, समाजवादी पार्टी के विधायक त्रिभुवन दत्त ने भी परिवार का दर्द साझा किया। यह घटना उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर रही है। आइए, इस मामले की पूरी जानकारी विस्तार से जानते हैं।
घटना का विवरण: भस्मा चितौना गांव में सनसनी
मालीपुर थाना क्षेत्र के भस्मा चितौना गांव में स्थानीय किसानों को गन्ने के खेत में एक युवती का शव मिला। मृतका एक छात्रा थी, जो स्थानीय कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। प्रारंभिक जांच में शव पर चोट के निशान मिले हैं, जिससे पुलिस ने हत्या की आशंका जताई है। ग्रामीणों ने बताया कि छात्रा का शव खेत के गहरे हिस्से में छिपाकर फेंका गया था, जो संदेह को और गहरा करता है।
परिजनों ने बताया कि छात्रा घर से सामान्य रूप से निकली थी, लेकिन शाम तक लौटने पर चिंता बढ़ गई। तलाश के दौरान खेत में शव मिलने से परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए, जिसमें खून के धब्बे और आसपास के निशान शामिल हैं। यह मामला उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में हुई समान घटनाओं की याद दिलाता है, जहां गन्ने के खेतों में कई संदिग्ध मौतें सामने आ चुकी हैं।
पुलिस की प्रारंभिक जांच: हत्या की आशंका
मालीपुर थाना पुलिस ने मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या या अन्य हिंसक कारणों की संभावना बताई गई है। पुलिस ने संदिग्धों की सूची तैयार की है, जिसमें छात्रा के परिचित और गांव के कुछ युवक शामिल हैं। आईजी प्रवीण कुमार ने निर्देश दिए हैं कि सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और गवाहों के बयान जल्द से जल्द एकत्र किए जाएं। विशेष जांच टीम गठित की गई है, जो 48 घंटों में प्रगति रिपोर्ट सौंपेगी।
आईजी प्रवीण कुमार का निरीक्षण: परिवार को न्याय का भरोसा
घटना की सूचना मिलते ही आईजी प्रवीण कुमार ने तुरंत अंबेडकरनगर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर हर कोने की जांच की और साक्ष्यों की निगरानी की। इसके बाद वे पीड़ित परिवार के घर पहुंचे, जहां उन्होंने माता-पिता और भाई-बहनों से लंबी बातचीत की।
आईजी ने परिवार को आश्वासन दिया कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा, “यह मामला हमारी प्राथमिकता है। पूरे जिले की फोर्स इसकी जांच में जुटी है। न्याय मिलकर रहेगा, और दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।” परिवार ने आईजी के इस रुख की सराहना की और कहा कि इससे उन्हें थोड़ी राहत मिली है। आईजी ने परिवार को आर्थिक सहायता और सुरक्षा का भी वादा किया।
सपा विधायक त्रिभुवन दत्त की संवेदना: राजनीतिक समर्थन
समाजवादी पार्टी के विधायक त्रिभुवन दत्त ने भी घटना पर तत्काल प्रतिक्रिया दी। वे परिवार के घर पहुंचे और पीड़ितों से मिले। विधायक ने कहा, “यह न केवल एक परिवार का दर्द है, बल्कि पूरे समाज का। सरकार को महिलाओं की सुरक्षा पर ठोस कदम उठाने चाहिए। हम विधानसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे।” उन्होंने परिवार को कानूनी सहायता का भरोसा दिलाया और जिला प्रशासन से तेज जांच की मांग की। विधायक की उपस्थिति से परिवार को राजनीतिक स्तर पर समर्थन मिला, जो जांच को गति देने में मददगार साबित हो सकता है।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल: उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध
यह घटना उत्तर प्रदेश में महिलाओं और छात्राओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की कड़ी जोड़ती है। हाल के महीनों में कई जिलों में गन्ने के खेतों या खेतों में संदिग्ध मौतें सामने आ चुकी हैं, जहां दुष्कर्म और हत्या की आशंका जताई गई। अंबेडकरनगर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि गश्त और सीसीटीवी की कमी एक बड़ी समस्या है। विशेषज्ञों का कहना है कि मिशन शक्ति जैसी योजनाओं को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की जरूरत है।
समाज की प्रतिक्रिया: गांव में शोक और आक्रोश
भस्मा चितौना गांव में शव मिलने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। कई महिलाओं ने सड़क जाम करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने समझाकर शांत किया। स्थानीय पंचायत ने बैठक बुलाई और महिलाओं की सुरक्षा के लिए गांव स्तर पर गश्त की मांग की। सोशल मीडिया पर भी #JusticeForAmbedkarnagarStudent जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लोग तेज जांच की मांग कर रहे हैं।
जांच की दिशा: क्या होगा अगला कदम?
पुलिस ने अब तक के साक्ष्यों के आधार पर कुछ नामों पर नजर रखी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा कि मौत का कारण क्या था। आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि डीएनए टेस्ट और अन्य फॉरेंसिक जांच पूरी की जाएंगी। परिवार ने भी बयान दर्ज कराया है, जिसमें संदिग्धों के नाम बताए गए हैं। उम्मीद है कि 72 घंटों में गिरफ्तारियां होंगी।
अंबेडकरनगर की यह घटना समाज को झकझोर रही है। आईजी प्रवीण कुमार और विधायक त्रिभुवन दत्त जैसे अधिकारियों की सक्रियता से परिवार को थोड़ी उम्मीद बंधी है, लेकिन असली न्याय तभी मिलेगा जब दोषी सलाखों के पीछे हों। महिलाओं की सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है। आइए, हम सब मिलकर आवाज उठाएं ताकि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो। भस्मा चितौना का यह गांव न्याय की प्रतीक्षा कर रहा है उम्मीद है कि कानून अपना काम करेगा।