असरानी की पत्नी कौन हैं? मंजू असरानी की कहानी, जिन्होंने लाइमलाइट से दूर निभाया जीवन का सबसे खूबसूरत किरदार

गोवर्धन असरानी, जिन्हें हम सभी “शोले” के मशहूर जेलर के रूप में जानते हैं, हिंदी सिनेमा के सबसे चहेते और अनुभवी कलाकारों में से एक रहे। उन्होंने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और अपनी कॉमिक टाइमिंग व दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। लेकिन उनकी निजी जिंदगी हमेशा रहस्य बनी रही। खासतौर पर उनकी पत्नी मंजू असरानी के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, जिन्होंने एक अभिनेत्री के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और बाद में कैमरे के पीछे जाकर निर्देशन में कदम रखा।

फिल्मी सेट पर शुरू हुई थी प्रेम कहानी

असरानी और मंजू की मुलाकात एक फिल्म के सेट पर हुई थी। यह फिल्म थी ‘आज की ताजा खबर’, जहां दोनों पहली बार एक-दूसरे से मिले। इस मुलाकात के बाद दोनों के बीच दोस्ती का सिलसिला शुरू हुआ और फिर ‘नमक हराम’ की शूटिंग के दौरान यह दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों ने एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझा और फिर शादी का फैसला किया। यह रिश्ता सिर्फ कुछ सालों का नहीं, बल्कि एक पचास साल से भी ज्यादा लंबा सफर बन गया।

मंजू असरानी – पर्दे से निर्देशन तक का सफर

मंजू असरानी, जिनका असली नाम मंजू बंसल था, 1970 और 80 के दशक में फिल्मों का जाना-पहचाना चेहरा थीं। उन्होंने ‘कबीला’, ‘उधार का सिंदूर’, ‘तपस्या’, ‘चांदी सोना’, ‘चोर सिपाही’ जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। मंजू ने राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, और नवीन निश्चल जैसे बड़े कलाकारों के साथ स्क्रीन शेयर किया।

लेकिन अभिनय के इस सफर के बाद मंजू ने अपने जीवन में एक नया मोड़ लिया और 1990 के दशक में निर्देशन की दुनिया में कदम रखा। हालांकि उन्होंने यह सब बिना किसी प्रचार या दिखावे के किया। उन्हें लाइमलाइट की चाहत नहीं थी। मंजू ने परिवार को प्राथमिकता दी और अपने पति असरानी के करियर को संभालने में उनका भरपूर साथ दिया।

हमेशा सुर्खियों से दूर रही यह जोड़ी

असरानी और मंजू ने अपने पूरे जीवन में मीडिया से दूरी बनाए रखी। दोनों ने चकाचौंध से दूर एक शांत और संतुलित जीवन जिया। मंजू ना सिर्फ एक बेहतरीन अभिनेत्री रहीं, बल्कि एक समर्पित जीवनसाथी भी रहीं। उन्होंने अपने पति के साथ हर कदम पर खड़े होकर यह साबित किया कि एक मजबूत रिश्ता कैमरों से नहीं, बल्कि समझदारी और समर्पण से बनता है।

परिवार की जानकारी

हालांकि असरानी और मंजू के निजी जीवन की जानकारी हमेशा कम ही रही, लेकिन नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस जोड़े की कोई संतान नहीं थी। हालांकि कुछ अन्य रिपोर्ट्स और ऑनलाइन स्रोतों की मानें तो उनका एक बेटा नवीन असरानी नाम से जाना जाता है, जो पेशे से डेंटिस्ट हैं।

इसके अलावा असरानी के परिवार में उनकी बहन और भतीजे भी हैं, लेकिन इस परिवार ने हमेशा सार्वजनिक जीवन से दूरी बनाए रखी और मीडिया की चकाचौंध में कभी शामिल नहीं हुए।

असरानी के निधन के बाद फिर चर्चा में आई मंजू

20 अक्टूबर 2025 को जब गोवर्धन असरानी का 84 साल की उम्र में निधन हुआ, तब एक बार फिर मंजू असरानी लोगों के बीच चर्चा में आ गईं। सभी उनकी निजी जिंदगी और परिवार के बारे में जानना चाह रहे थे। लेकिन जैसा हमेशा हुआ, मंजू ने एक बार फिर मीडिया से दूरी बनाए रखी और अपने जीवनसाथी की यादों में खुद को समर्पित कर दिया।

मंजू असरानी का जीवन एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी है, जो यह सिखाती है कि असली सफलता सिर्फ पर्दे पर नहीं, बल्कि पर्दे के पीछे निभाए गए रिश्तों में भी होती है। उन्होंने बिना किसी दिखावे के, अपने पति के साथ एक लंबा और सुंदर सफर तय किया। अभिनय से लेकर निर्देशन तक, और फिर एक समर्पित जीवनसंगिनी बनने तक – मंजू असरानी का जीवन एक मिसाल है उन सभी के लिए, जो सादगी और समझदारी के साथ जीवन जीने में विश्वास रखते हैं।

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